नवकार मंत्र (णमोकार महामंत्र)
णमो अरिहंताणं (अरिहंतो को नमस्कार)
णमो सिद्धाणं (सिद्धो को नमस्कार)
णमो आयरियाणं (आचार्यों को नमस्कार)
णमो उवज्झायाणं (उपाध्यायों को नमस्कार)
णमो लोएसव्व साहूणं (सर्व साधुओं को नमस्कार)
एसो पंच णमोक्कारो सव्य पावप्पणासणों।
मंगलाणं च सव्वेसिं पढमं हवई मंगलं।।
श्री महावीर स्तुति (Shri mahaveer praise)
साँझ समय वन्दूँ जिन चरणम्।।ध्रुव।।
समवसरण सन्मति अति सोहे,
सौम्य, सुखद, शशि-मुख मन मोहे।
जहाँ सुरासुर सभी प्रणत हो,
मुझे प्राप्त हो वह शुचि शरणम्।।
साँझ समय वन्दूँ जिन चरणम्।।1।।
आत्म-क्रीड, कैवल्य-धाम हो,
आराधक हित सत्य-काम हो।
प्रभो! चिदात्मक हृदय बसो तो,
सम्भव हो यह भव-जल तरणम्।
साँझ समय वन्दूँ जिन चरणम्।।2।।
सन्मति प्रभु तुम हो अजरामर,
बोध-हीन मैं हूँ अति पामर।
श्री पद नख यह शिखा झुके तो,
अवश प्राप्त हो पण्डित मरणम्।
साँझ समय वन्दूँ जिन चरणम्।।3।।
ये भी पढ़ें
- Competitive Examination Questions & Answers
- God Aarti (भगवान आरती संग्रह)
- motivational wish
- Recipe (रेसिपी)